दो साल हो गए थे गौरव को मुंबई में। नया शहर, नया कॉलेज और नए लोग, इस नए से माहौल में अच्छे से घुल-मिल गया था वो। अपनी इस नई जिंदगी में वो काफी खुश था, कमी थी, तो बस अंकिता की। ऐसा नहीं था कि उसे कोई मिला नहीं इन सालों में, पर शायद अंकिता के आगे कोई जचा ही नहीं उसे। कोचिंग के वो दो साल आज भी उसकी आँखों के सामने ऐसे आते, मानो सब कल ही बीता हो। अंकिता दिल्ली के ही एक कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी, दूसरा साल शुरु