बात एक रात की Aashu Patel अनुवाद: डॉ. पारुल आर. खांट प्रकरण - 33 ‘मैं हॉल में दाखिल हुई तब दरवाजे के पास ही मुझे दिलनवाझ की नई गर्लफ्रेंड प्रिया प्रधान सामने मिली थी। वह हॉल से बाहर आ रही थी।‘ हीना ने बताया। ‘आपने यह बात स्टेटमेंट दर्ज करवाते वक्त क्यों नहीं बताई? सिनियर इंस्पेक्टर इनामदार ने पूछा। ‘उस वक्त मेरा माइंड ब्लेंक था।‘ हीना ने कहा। ‘प्रिया प्रधान और आप हॉल के दरवाजे के पास मिले तब आपको देखकर उसके चेहरे पर कोई प्रतिक्रिया आई थी?’ ‘हम दोनों की नजरें मिली तब वह मेरे सामने देखकर मुस्कुराई थी।‘