प्रेम दो दिलो का - 7

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निर्मल नीरू को स्कूल छोड़ तो आता है लेकिन उसका मन नीरू के साथ उसके स्कूल मे ही रह जाता है वह ऐसे बेसुद सा घर पहुचता है जैसे उसमे कोई उर्जा ही ना बची हो ।निर्मल को भी ये लगने लगा था की नीरू के बिना वह जी ना पायेगा । अगर नीरू ने इन्कार कर दिया तो वो टुट जायेगा । उस रोज निर्मल ने खाना भी नही खाया बस उसे इस बात का इन्तजार था की जल्दी से घड़ी मे दोपहर के 2 बजे और वो नीरू को लेने उसके स्कूल जाये। ये सोचते ही उसको ये