दबे पाँव

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‘आखिर मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है…? इतनी कोशिश करने के बाद भी मुझे नहीं मिल रहा...मैं क्या करूँ ? कोई मुझे ढूँढ कर दे दो... मैं किसी से बात करूँ क्या ? मुझे संयोजक के पास ले चलो... वे कहाँ हैं ? इतने देर से हम सब परेशान हैं लेकिन कोई सुनता ही नहीं ।... बहुतों को मिल गया पर मुझे क्यों नहीं मिल रहा ? मेरे साथ ही ऐसा क्यों होता है’ ? ‘आप इतना क्यों परेशान हो रही हैं ? हम ढ़ूँढ रहे हैं न । मिल जायेगा । अगर नहीं मिला तो आपका सर्टिफिकेट आपके