कुबेर डॉ. हंसा दीप 37 डीपी के लिए यह माहौल परिचित था। न्यूयॉर्क में काम करते हुए उसने एक बात सीखी थी कि जो भी करना है उसकी पहले पूरी तैयारी करो, पक्की योजना बनाओ, ऐसी कार्य योजना जो कागज़ पर दिमाग़ की चतुराई को अंकित कर दे, उसके नफ़े-नुकसान पर चिंतन-मनन करे और जब आप उस कार्य योजना को ठोक-बजा कर विशेषज्ञ बन जाओ तो अमल शुरू करो। इस बात को भाईजी ने सीधे और सरल शब्दों में समझाया था और कहा था कि – “आपको हाईवे पर गाड़ी चलानी है तो आपके पास न सिर्फ ड्राइविंग लाइसेंस हो,