मुंबई से घर वापसी आर ० के ० लाल सरजू ने शाम को ही सबको सूचित कर दिया था कि सुबह ठीक तीन बजे सभी को निकलना है। मुंबई के जुहू इलाके की गलियों में रहने वाले कई परिवार अपने गांव जाने को तैयार हुए थे। हर परिवार में पाँच से आठ व्यक्ति थे जिनमें छोटे बच्चों से लेकर बूढ़े और गर्भवती महिलाएं भी थी। जबसे कोरोना का संकट आया और देश में लॉक डाउन हुआ, इन लोगों का सारा धंधा चौपट हो गया था। अब जुहू बीच पर भेल-पूरी की दुकान नहीं लगती थी, दूध -