इश्क़ 92 दा वार - 7

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दोस्तों इस कहानी को आगे बढ़ाने में मैं थोड़ा पीछे हों गया था क्योंकि कोरोना महामारी के चलते थोड़ा ज़िम्मेदारियां बढ़ गयी थी.. जैसाकि मैं न्यूज़ चेनल में पदस्थ हूं लॉक डाउन के दौरान रात दिन कार्य की ज़िम्मेदारी जो बढ़ गयी थी इसलिए आपको इंतज़ार करना पड़ा उम्मीद हैं आप लोगों का प्यार वरकरार रहेगा.. आशा और व्श्वास के साथ धन्यवाद ???क्या यही प्यार हैहाँ यही प्यार हैओ दिल तेरे बिनकहीं लगता नहींवक़्त गुजरता नहींक्या यही प्यार हैहाँ हाँ हाँयही प्यार हैं मनु गुम सुम अपने कमरे में लेटा लेटा अपनी आंखे बंद किये रेडियो पर बज रहें गानें को