बाली का बेटा (9)

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9 बाल उपन्यास बाली का बेटा राजनारायण बोहरे दोस्ती हनुमान ने आगे बढ़ कर सुग्रीव को राम और लक्ष्मण का परिचय दिया तथा अपने दल के लोगों का परिचय राम-लक्ष्मण से कराया। राम लक्ष्मण उन सबसे गले लग कर दोस्तों की तरह मिले, फिर सब लोग वहां रखे हुए पत्थर के टुकड़ों पर बैठ गये। द्विविद, मयंद और नल-नील ने तुरंत ही सबके लिए ताजे फलों का इंतजाम कर अल्पाहार कराया । जामवंत ने पहाड़ पर चढ़ने की मेहनत से थक चुके राम और लक्ष्मण से कुछ देर आराम करने का अनुरोध किया।