पहला तनख्बाहा

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गर्मी के सहिना, गर्म हावा से थोडा राहात पाने के लिये,रानी कि मामा हर शाम को घरको अनंधेरा करके खिड़की को खुला छोड देते थे, इस उमिद मे कि खिड़की से थोडा ठंडा हवा घरमे आके घरको ठंडा कर देगा...समय सायद 8 बजे होंगे..टिबि मे चाल रहा हे फिल्म मदर इंडिआ..फिल्म को देख के, फिल्म कि सिन् मे रानी कि पापा एकदम डुब चुके थे । क्यौ कि वौ कहते थे ये काहानी उनकि पारिबारीक काहानी है । और रानी के पापा फिल्म कि चरित्र बिरजु है । इसिलिये तो वो फिल्म कि कोइ भि सिन् को मिस करना नेहिं