गेहूं की खरीद वह गेंहू इकठ्ठा खरीदने का समय था । मई का महीनासाल दर साल बढ़ते तापमान का रिकॉर्ड तोड़ता मौसम, गेहूं के उत्पादन कारिकॉर्ड तोड़ता, उसके साथ बढ़ते भावों का भी । जो गेहूं 2 साल पहले ढाई सौरुपए क्विंटल था पिछले साल 400 था और इस साल तो लग रहा है कि ₹600 लगेंगेएक थैले में । चार थैले खरीदने पड़ते थे शशांक को हर साल। इस साल भी जानाही था मंडी । रोज सुबह-सुबह ट्रैक्टर ट्राली मोहल्लों के चक्कर लगाने लगेथे। गेहूं लो शरबती की हांक हर ट्रैक्टर वाला लगाता था गेहूं कौन सा थायह कोई नहीं