एहसास तेरा एहसास हर पल हैं पर क्यू इस एहसास में भी तूम नहीं हो साथ थे तो दूर दूर थे अब दूर दूर हो तो एहसास में भी नहीं हो गलती हो तो सुधार लू पर गलती अगर तूम रहे तो? होंगी मुलाक़ात तुमसे तो पूछूंगी आराम से मेरी भूल थी तुमसे मिलना या भूलने की वजह तलाशोगे नहीं चाहिए ऐसी मोहब्बत तुमसे जिसमे सिर्फ और सिर्फ भूल मेरी रहे कोशिश तो बहुत किया मैंने पर अब बस..मेरा तेरे साथ रहना तेरे हर दुख में खड़े रहना तुझे खुशियाँ देना ये सब मोहब्बत तो थी मेरी पर शायद तुमने समझा ही नहीं धोखा देना तो तेरा मुकद्दर बन गया अब किसी को आजमाने की कोशिश मत करना टूट कर बिखरना, हर