शामको में ओर माया इस्कॉन मोल के कॉफे एरिया में एक टेबल पर आमने सामने बैठे थे। अपनी सवालभरी निगाहों से वो मुजे ही देखे जा रही थी। मैने वहाँ की खामोशी को तोड़ते हुवे उसका हाथ पकड़ते हुवे धीरे से कहा ''में भी तुमसे प्यार करता हु माया..'' ओर मानो मेरा जवाब सुनकर उसके चहेरे की वो खोई हुई हँसी वापस आ गई.. उसने मुजे हैरानी से देखा और कहा ''सच, सच मे तुमभी