माने हुए व्यापारी किशनचंद भगनानी के बेटे मानस भगनानी की इंगेजमेंट श्वेता रामचंद्रन के साथ होती है। इस इंगेजमेंट की सुर्खियां सही तरह से मीडिया में फैलती उससे पहले ही मानस के स्टड फार्म हूफ प्रिंट पर एक लाश मिलती है। यह लाश उनके डिज़ाइनर मिलिंद तलपड़े की थी। जाँच में शक की सुई मानस की तरफ ही घूमती है। क्या सचमुच मानस कातिल था या कोई और ? हत्या की वजह क्या थी ? पढ़ें सस्पेंस से भरपूर क्राइम स्टोरी