उसकी आजादी मुझे हतप्रभ छोड बादामी तो एक झटके से बाहर निकल गई लेकिन मैं उसके शब्दों के अर्थ खोजने लगी थी। उसकी बातें दोगुने वेग से मेरे विचारों पर छाती चली गई। दूसरी औंरतों से कुछ अलग व्यक्तित्व है इसका । ...यूं वह बादामी छरहरे बदन की औरत है । त्वचा का रंग खूब गहरा साँवला, किन्तु नाक-नक्श बड़े आकर्षक और तीखे..., बदन सुघड़ और सुदंर ! ऐसा कि हर कोई ठिठककर उसे एक बार देखने को मजबूर हो जाता। कुल मिलाकर सौंदर्य की ऐसी प्रतिमा ; जिसे ब्लैक-ब्यूटी कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। मंगलसूत्र