उसका आना मेरे लिए जिंदगी की एक नई शुरुआत थी। "खुशी".. खुशी नाम दिया था मैंने उसे, पता नहीं उसका असली नाम क्या था.. पर जब वो मुझे मिली तो जो एहसास पनपा मन में मैंने उसे वो नाम दे दिया। हम जब जन्म लेते हैं तो एक जीवन शुरू होता है और एक शुरू होता है जब हम किसी को जीवन देते हैं या जीने की वजह बनते हैं। खुशी मेरे लिए वही वजह थी। मैं यानि कि साक्षी रोज बस स्टॉप पर उसी स्पीड से पहुंचती, फिर वहाँ पहली बस का लम्बी लाइन में इंतज़ार करती। जय यानी