कर्म पथ पर - 23

  • 6k
  • 2.1k

कर्म पथ पर Chapter 23आंगन में पूरी तरह शांति थी। सिर्फ कोने में लगे नीम के पेड़ पर बैठी चिड़ियों की चहचहाट ही सुनाई पड़ रही थी। संतोषी वृंदा के बारे में सोंच रही थी। वह जानना चाहती थी कि हैमिल्टन ने उसके साथ क्या किया। उसके मन में हो रही उथल पुथल को समझने की कोशिश कर रहा था। संतोषी ने जय से पूँछा।"उस दानव ने वृंदा के साथ क्या किया ?"जय ने वृंदा के साथ जो कुछ