सौ साल पुरानी हवेली...!! बात बहुत पुरानी हैं, आज से लगभग पैतालिस साल पुरानी, तब मै नया नया डाकबाबू हुआ था,एक कोई छोटा सा कस्बा था जहां मेरी पहली पोस्टिंग हुई थीं, नौकरी मिलने की खुशी भी थी और घर छोड़ने का दुःख भी,बस फिर क्या था निकल पड़ा, बोरिया बिस्तर बांधकर, उस कस्बे मे, उस समय इतनी सुविधाएं नही हुआ करती थीं, दिनभर के सफर के बाद बस रात को बारह बजे,उस कस्बे पहुंची।। अंजान जगह और इतनी रात गए उस जगह कोई ठिकाना भी नही मिलने वाला था, मैं बस से उतरा उस कस्बे के भीतर संकरी