आग एस आर हरनोट शास्त्री वेदराम आज जैसे ही कुर्सी पर बैठने लगे तीसरी कक्षा के एक बच्चे बादिर ने उनसे पूछ लिया, गुरू जी! गुरू जी! हिन्दू क्या होता है.....? उन्हें एक पल के लिए लगा, कक्षा में बैठे सभी बच्चों ने बर्रों की तरह उन पर आक्रमण कर दिया हो। बच्चों की उपहासयुक्त हंसी और इस प्रश्न से वे भीतर ही भीतर थोड़ा विचलित तो हुए परन्तु अपने को संयत करते हुए कुर्सी पर बैठ गए। मेज पर रखा पानी का गिलास उठाया और एक सांस में गटक गए। दो पलों के लिए आंखे बंद कीं जैसे भीतर