जी-मेल एक्सप्रेस अलका सिन्हा 28. ‘आरबीएस’ का खुलासा अपनी सीट पर पहुंचने के बाद मैंने डॉक्टर का दिया हुआ विजिटिंग कार्ड निकालकर देखा-- ‘डॉ. मधुकर’ उस पर लिखा था और मेरा अंदाजा सही था, वह एम्स में मनोचिकित्सक था। तभी उसका व्यवहार दूसरों से इतना अलग था। मैं ईश्वर का धन्यवाद कर रहा था कि किस प्रकार डॉक्टर मधुकर ने बीच में आकर मेरी बात सुनी थी। यह भी कितना बड़ा संयोग था कि मेरी तफतीश कभी भी नौजवान लड़कों के साथ नहीं हुई और मैं उनके सामने ज़लील होने से बच गया, वरना वे तो यही समझते कि मैं