हर्ज़ाना - 4 - अंतिम भाग

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हर्ज़ाना अंजली देशपांडे (4) “फिर भी ऐसा ही एक केस है जिसे लेने का मुझे अब बहुत ही अफ़सोस होता है. शायद अफ़सोस सही लफ्ज़ नहीं है. शायद मुझे पश्चाताप होता है. यह केस है भोपाल के गैस काण्ड का केस. जब उनपर चल रहा अपराधिक मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा तो मैं यूनियन कार्बाइड का प्रमुख वकील था. उनकी वकीलों की टीम का नेता. मैंने अपने ग्राहक को पूरी निष्ठा से अपनी सेवाएँ दीं. एक वकील की हैसियत से मैंने विधिशास्त्र के अपने समूचे ज्ञान को रचनात्मकता से उसके हित में इस्तेमाल किया. कम्पनी पर अपराधिक मानव वध का