रोमित के ऑटो बुलाने पर कानों को चीर देने वाला हॉर्न देते हुए ऑटो रुका l पर ऑटो की आवाज सुनकर गली में आज कोई बच्चा नहीं आय़ा l बीसों साल पहले किसी गाड़ी की आवाज सुनते ही बच्चे दौड़ पड़ते थे l आज का युग नीरस का युग है, लोग मतलबी हो गए हैं l अपनेआप से ही मतलब रखते हैं छतों पर खड़ी कुछ पड़ौसने खड़ी एक टूक यही l आज देवी कहाँ जा रही है?, क्यों जा रही है? किसी को कोई मतलब नहीं l एकांत में खुशियाँ ढूंढने वाली देवी अब 45 वर्ष की हो चुकी