तृप्ति - भाग (७)

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गौरीशंकर के निवास स्थान पर___ गौरीशंकर की मां वर्षो पहले, गौरीशंकर को छोड़कर जा चुकी है!! आज सौभाग्यवती का स्वास्थ्य बहुत ही बुरा है, उसकी श्वास बार-बार ऊपर-नीचे हो रही है,उसकी नब्ज भी कमजोर पड़ रही है, वहीं बैठे गौरीशंकर को सौभाग्यवती ने धीरे से पुकारा,स्वामी!! हां, सुभागी,कहो क्या बात है? गौरीशंकर ने पूछा। आप मेरे समीप आकर बैठिए, सौभाग्यवती बोली। गौरीशंकर, सौभाग्यवती के समीप आकर बैठ गया। सौभाग्यवती बोली,स्वामी एक इच्छा है! हां कहो, गौरीशंकर ने कहा!! मुझे धरती पर लिटा दीजिए और आप खड़े हो जाइए,आपके चरणों की धूल अपने माथे पर