क्षम (लघुकथा)

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"मै तहेदिल से आपसे माफी मॉगता हूं।ऐसा करते समय मैंने नही सोचा था।आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा को आघात लगेगा।आपके दिल पर कया गुजरेगी?""लेकिन तुमने ऐसी बेहूदी घिनौनी हरकत की ही कयो?" जूूलिया का चेहरा उस युुुवक को देेखते ही लाल हो गया था।"मेरे दोस्त ने मुुुझसेे शर्त लगाई थी।शर्त जीतने के चक्कर में मैैं ऐसी बेहूदीघिनौनी हरकत कर बैैैठा।"फुुुटबाल के वरलड कप केे मैच चल रहे थे।टीवी पत्ररकार जूूूलिया मैच की कवरेज के लिए कोलम्बिया से रूूूस आयी थी।जूूूलिया लाईव प्रसारण के लिए कैमरे के सामने खडी थी।तभी एक आदमी अचानक आया।उसने जूूूलिया के वक्ष पर हाथ मारा।फिर उसे अपनी तरफ