कोट्स Newऑडियोमंचपढ़ेंप्रतियोगिताअधिक जानकारीलिखेंAshishWohoo!,Dear user,इंटरव्यूपसंद करें रेटइंटरव्यू© Ashish DalalChildren Stories 11 मिनट 290 18Content Ranking#785 in Story (Hindi) पिछले दो घंटों तक तरह तरह के भावनात्मक विचारों के बीच उलझते हुए इस बार हिम्मत कर उसने पत्र पूरा लिख ही दिया । पत्र के अन्त में साइन करने के बाद उसे खयाल आया कि श्रुति के लिए तो उसने कुछ लिखा ही नहीं । एक बार फिर से उसने पत्र फाड़कर कचरा पेटी के हवाले कर दिया । इस बार बड़ी शिद्दत से मम्मी – पापा, राखी और दोस्तों के संग बितायें सारे सुखद और दुखद क्षणों की स्मृति पत्र में अंकित करने के बाद चार लाइन उसने श्रुति के लिए