भाईसाहब जब उसने बोला ना कि आ गये तुम , तो मेरी सांस गले में ही अटक गई थी। लेकिन मेरी सांस में सांस तब आई जब मैंने देखा कि वो कमीना सोता हुआ सपने में बडबडा रहा था। मुझे फिर उसके ताज ? को ढूंढने की जरूरत ही नहीं पड़ी क्योंकि उसनेेेे अपना ताज ? अपने तकिए के सहारे रखा था। मैं तुरंत उस ताज ? में से वो नीला डायमंड ? निकालने लगा। तभी उसने मेेरी तरफ एक अंंगडाई ली। यार मैं डर तो पहले से ही रहा था ऊपर से वो राजा नींद में उल्टे-पुल्टे काम कर रहा