कुछ ही दिनों में मैंने और रशियन अंतरिक्ष यात्री ने अपने-अपने अंतरिक्षयानों को पूरी तरह से ठीक कर लिया था। लेकिन अब वहां के लोगों से मेरा बहुत लगाव हो गया था। मेरा बिल्कुल भी उस ग्रह को छोड़कर जाने का मन नहीं था। लेकिन फिर दिमाग में आया कि यार मेरा वहां भी तो परिवार है। वो लोग भी मुझे बहुत याद करते होंगे इसलिए मुझे यहां से जाना तो पड़ेगा। फिर रात को जब मैं और रशियन अंतरिक्ष यात्री लेटे हुए थे तो मैंने उससे पूछा कि कुछ सालों पहले भारत की स्पेस एजेंसी इसरो ने एक मिशन