कहा न कहा - 1

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कहा न कहा (1) अब तक तो उसे आ जाना चाहिए था। दोपहर के बारह बजने वाले थे। घड़ी की सुई अपनी रफ्तार से बढ़ती जा रही थी। उसका तो नामोनिशान नहीं है। ऐसा तो पहले कभी नहीं हुआ। वह तो सदा यहां एक घंटा पहले ही आ बैठता है। आज ऐसा क्‍या हो गया है ? उस दिन उसकी सोशल व