अंदाज ******* "अपनी उम्र देखो बहू , दूसरा पड़ाव खत्म होने को है, लेकिन समझ नाम की चीज नही है तुम्हारे पास। अरे हम भी तो हैं मजाल है जो सास ससुर के सामने कभी सर से पल्लू जरा भी हिले तो। एक ये महारानी हैं कभी जीन्स तो कभी स्कर्ट,अब तो बाजू भी लगवानी बन्द कर दी कुरतों में। खुद के बच्चे ब्याहने को आये लेकिन इसका फैशन पूरा होवे तो किसी दूसरे