इस कहानी की शुरुआत बर्लिन (जर्मनी ) से लगभग 60 किलोमीटर दूर पौलेंड के छोटे से गाँव ओसिनोवा डोलनी मे होती है । जिनमे से करीब 150 लोग बाल-काटने का काम करते है । सभी लोगो ने अपने-अपने सैलून (दुकान) के ऊपर आने वाले ग्राहको के लिए जर्मनी भाषा मे स्वागत व शुक्रिया का बोर्ड लगा रख थे । उसी गाँव मे बिलग्रेट नाम की महिला अपनी माँ हेलरी और 18 वर्षीय बेटा यूरो के साथ वहाँ पर रहा करती थी । वह सैलून मे आने वाले महिला और पुरुषो का बाल काटकर अपने घर का खर्च चलाया करती। उसका