आरुषि ने उसकी पसंद के रंग की ड्रेस पहनी, हल्का मेकअप किया, एक बार फिर स्वयं को शीशे में निहारा और अपनी सुंदरता पर पूरी तरह आश्वस्त हो गुनगुनाते हुए घर से निकल पड़ी| आज पांच महीनों के आभासी रिश्ते को वास्तविकता के संसार में लाने का वक्त आ गया था| आरुषि का मन कर रहा था की वह उड़ कर मिलने की जगह पहुँच जाये| धड़कन इतनी तेज कि पाँव भी डगमगा रहे थे| पांच महीने पहले फेसबुक पर आरुषि की समीर से दोस्ती शुरू हुइ थी| दोनों ही मल्टी नेशनल कम्पनी में काम करते हैं जिसकी वजह से