सत्या 31 देखते-देखते दो साल गुज़र गए. रोहन ने बारहवीं पास कर ली, बस किसी तरह खींच-खाँच कर साठ एक प्रतिशत अंक लाए. इन्जीनियरिंग प्रवेष परीक्षा में भी फिसड्डी ही रहा. ख़ैर उसकी इच्छा के अनुसार सत्या ने जैसे-तैसे एक प्राईवेट इन्जीनियरिंग कॉलेज में ऐडमिशन करा दिया. रोहन जिस दिन हॉस्टेल के लिए निकलने वाला था, उसके एक दिन पहले घर में एक पार्टी रखी गई. संजय और गीता ने एक साथ कमरे में प्रवेश किया. सत्या का कमरा अब ड्राईंग कम डाईनिंग रूम में तब्दील हो चुका था. संजय ने माँ को हाथ जोड़कर प्रणाम किया. गीता ने पैर