इस दश्‍त में एक शहर था - 20

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इस दश्‍त में एक शहर था अमिताभ मिश्र (20) इन नौ भइयों की एक बहन भी थीं जिनका ब्याह कालिकाप्रसाद जी ने समय रहते कर दिया था। दामाद जो थे वो दूर छत्तीसगढ़ में उन दिनों मध्यप्रदेश ही हुआ करता था के एक कसबे में पुलिस महकमे में सब इंस्पैक्टर थे। उनका खासा रूतबा हुआ करता था इलाके में तो कम रिश्‍तेदारों में ज्यादा। शुक्ला जी शुक्ला जी कहते कहते उनकी पत्नी की जबान लडखड़ा जाती थी पर वे न सुनते तो न ही सुनते थे। दहेज के नाम पर सारी जिन्दगी कोसते रहे बीबी को। वे चाहते थे और