धरती-माँ

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माँ की आवाज सुन अंकित बोझिल मन से उठ कर कमरे से बाहर निकलते हुए बोला ‘जी माँ, बोलिए’| अंकित की आवाज सुन माँ ख़ुश होते हुए बोली ‘बेटा, क्या बात है आज तुम बहुत देर से उठे हो | तुम्हें याद है न परसों से तुम्हारी परीक्षा शुरू होने वाली है’| अंगड़ाई लेते हुए बुझी आवाज में अंकित बोला ‘हाँ माँ मुझे अच्छी तरह से याद है | मैं देर रात तक पढ़ता रहा इसीलिए आज देर से नींद खुली है’| अंकित को परेशान देख माँ बोली ‘बेटा तुम्हारी तैयारी तो है न ? बेटा अच्छे से तैयारी