योगिनी 13 योगी भुवन को आदि-कैलाश से अलमोड़ा जनपद के मानिला गांव में वापस आये हुए तीन दिन हो चुके हैं। माँ-अनिला (मल्ला) मंदिर में प्रवेश करते ही उसके पुनरागमन का समाचार मानिला ग्राम में फैल गया है एवं मानिलावासी उसके अकस्मात मंदिर छोड़कर चले जाने का कारण जानने हेतु मंदिर पर आने लगे हैं। उनके पूछने पर योगी अपनी आदि-कैलाश की यात्रा के विषय में बताने लगता है अथवा हेड़ाखान मंदिर, जागेश्वर मंदिर, पातालभुवनेश्वर की गुफा़, आदि-कैलाश पर्वत आदि की अद्भुत भव्यता एवं रहस्यमयता का वर्णन करने लगता है, परंतु मानिला मंदिर को चुपचाप छोड़कर चले जाने के विषय