सत्या 29 मीरा और सविता ने साथ-साथ ग्रैजुअशन किया. मुन्ने के लिए सविता ने पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी. अपने बच्चे के साथ वह इतनी खुश थी कि और आगे पढ़ने का उसका इरादा बदल गया था. लेकिन जब शंकर ने खुद उसे पढ़ने के लिए कहा तो वह पूरे उत्साह से पढ़ाई में जुट गई और मीरा से भी अच्छे नंबर सविता के आए. उस दिन शाम को घर लौटकर सत्या ने हाथ-मुँह धोया और कमरे में बैठकर चाय का इंतज़ार करने लगा. मीरा चाय लेकर आई. उसके होठों पर एक मुस्कान थी. सत्या ने चाय का कप