इस दश्‍त में एक शहर था - 17

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इस दश्‍त में एक शहर था अमिताभ मिश्र (17) यह संयुक्त परिवारों में अकसर होता था कि दो पीढ़ी लगभग एकसाथ अपना कैरियर शुरू कर रहीं होतीं थी। यहां भी तिक्कू चाचा के कैरियर के संवरते संवरते उनके कुछ भतीजे भतीजियां अपना होश संभल चुके थे और अपना कैरियर प्रारंभ करने की अवस्था में थे। ठीक तिक्कू के साथ जिस भतीजे का कैरियर शुरू हुआ वह था सोमेश गन्नू चाचा का बेटा। जो पढ़ने में औसत से बेहतर था इस खानदान का पहला इंजीनियर बना। परिस्थ्रितियों से जूझते हुए सोमेश का इंजीनियर बनना एक बड़ी घटना थी। गन्नू भैया पहलवान