ए मौसम की बारिश - १

(20)
  • 14.2k
  • 3
  • 4.9k

आज इतने सालो बाद बारिश की एक बहतरीन शाम को देखकर मुजे वो शाम याद आ गई, वही शाम जहा से ये कहानी शुरू हुई थी। कैसे भूल शकता हु उन दिनों को। वो पहेली बारिश जिसका मुजे बेसबरी से इंतज़ार था। बारिश आई ओर बारिश के साथ वो भी आई मेरी जिंदगी में। मानो वो उस बारिश का बेहद खूबसूरत तोहफा था मेरे लिए। आज वो नही होती तो माही नही होती ओर माही नही होती तो शायद में भी नही होता। आज से आठ साल पहले अचानक आसमान में काले बादल गरजे, बिजली चमकी