सत्या 26 सत्या को बस्ती में आए करीब डेढ़ साल होने को आया. मीरा ने दसवीं की परीक्षा लिखी. पहले दिन बहुत घबराई हुई थी. हाथ से पसीने छूट रहे थे. हिंदी का पेपर था. तीन घंटे का समय हवा में कैसे उड़ गया पता ही नहीं चला. अपने मित्र को गर्मी की छुट्टियों में किसी पहाड़ी जगह की सैर का वृतांत लिखना था. केवल पाँच मिनट का समय शेष था. बहुत कुछ लिखना चाह कर भी वह ज़्यादा नहीं लिख पाई कि पेपर ही छिन गया. सत्या ने परीक्षा हॉल में कैसे समय पर नज़र रखी जाती है, इस