राय साहब की चौथी बेटी प्रबोध कुमार गोविल 6 संगम से लौटने के बाद छुटकी बिटिया का नाम त्रिवेणी ही पड़ गया। लालाजी मरने से पहले सारे घर वालों को रोने की मनाही कर गए थे,लेकिन शायद इसीलिए अब सारे घर वालों को संगम के तट पर जाकर एक साथ रोना ही पड़ा। कुदरत की लीला भी अपरम्पार! छुट्टियां बीतते ही सब वापस लौट आए। वकील साहब के पिता लालाजी के गुजरने के बाद मानो सब अपने अपने घर के बड़े हो गए। एक बादल था जो सब पर छांव किए हुए था, जब छितरा कर छिन्न -भिन्न हुआ तो जगदीश