कौन दिलों की जाने! सोलह नव संवत्सर की पूर्व संध्या तक रानी की ओर से कोई कॉल नहीं आई। यह संकेत था कि स्थिति पूर्ववत् थी अथवा और नहीं बिगड़ी थी। इंग्लिश में कहावत है — नो न्यूज़ इज गुड न्यूज़। अतः आलोक ने नव संवत्सर की सुबह उठते ही रानी को नव संवत्सर की शुभ कामनाएँ तथा बधाई का एस.एम.एस. करते हुए सूचित किया कि दिन में जब वह फुर्सत में होगी तो फोन पर बातें करेंगे। दोपहर दो बजे के लगभग जब रानी ड्रार्इंगरूम में बैठी ‘फेमिना' पढ़ रही थी तो मोबाइल की घंटी बजी। फोन के स्क्रीन