अलमारी के ऊपर के बर्तन नीचे गिरते हैं, ओर उसकी आवाज से राज ओर कविता दोनों नींद मे से जाग जाते हैं, दोनों को हडबडी मे जागते देख मिताली की जोर से हसी निकल आती हैं, राज : क्या हुवा?.. साथ मे कविता भी क्या हुवा? मिताली : कुछ नहीं बिल्ली रानी थी. राज : तुम जाग रही हो? कितने बजे? आके मुजे जगाने वाली थी जगाया नहीं? मिताली : हा नींद नहीं आ रही थी, चार बजने को आए हैं, और आप अच्छी नींद मे सो रहे तो जगाने का दिल नहीं किया. कविता : अरे तू तो नहीं