बारात दरवाज़े पे थी ।स्वागत में पूरा परिवार था , की तभी दूल्हे (अमन)के घर से फ़ोन आता है कि माँ की तबियत फिर बिगड़ गयी। पड़ोस के चाचा अस्पताल लेकर गए हैं। असल में माँ की तबियत सुबह सुबह ही खराब हुई थी । लेकिन कुछ दवायों के बाद वो ठीक हो गयी थीं । थोड़ा चक्कर आ गया था और कमजोरी भी हो गयी थी। लेकिन दवाईयों के असर से ठीक थी शायद। दूल्हे ने बारात में जब इस बात का जिक्र पिता (रूप कुमार) से किया तो , पिता ने बोला " तू यहीं रह , बाकी लोग भी