आज सुबह जब मैं उठा तो पहले से खुद को काफी हल्का महसूस किया लगता है रात की दवाई ने असर किया है और लगभग एक महिने की बीमारी के बाद आज मुझे अच्छा महसूस हो रहा था। उम्र के इस पड़ाव में जब जीवन का यथार्थ भी काल्पनिक लगे ,तब.......चंद पलो के लिए मन और शरीर शांत हो जाए तो ऐसा लगता है मानो किसी दिव्य पुरुष ने कोई दिव्य बुटी या चमत्कारी मंत्र दे दिया हो जिसके प्रयोग से जीवन की समस्त समस्याएं ऐसे नष्ट हो जाती है जैसे कपूर को अग्नि भस्मीभूत कर देती है। उठकर आगे