असल जिंदगी..

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हैं अपना दिल तो आवारा न जाने किस पे आयेगा..... सुनियेगा एक बार गाना और बोल पर थोड़ा ध्यान दीजियेगा । ज़िंदगी और आवारापन बहुत कम लोग "जी" पाते हैं । दिल तो मानो अब एक बाय-पास या ओपनहार्ट सर्जरी का ब्रांड बन कर रहा गया हो । बचपन के आवारा दिन कभी लौट नहीं सकते... मगर उन आवारा पलों को याद कर हँस कर लोट-पोट जरूर हो सकते हैं । बचपन अगर जवानी के आईने से देखि जाए तो तश्वीर पर रेखाए एक अलग रूप में दिखती हैं हो सकता हैं शायद आप मचल उठे उस वक्त को फिर