चिंटु - 27

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चिंटू 27 सुबह से आसमान मै बूंदाबूंदी शुरू हो गई थी। पुनिश का माथा ठनक रहा था। इस वक्त वह पुलिस थाने में इंस्पेक्टर राजीव के साथ बैठा हुआ था। वह राजीव से कहता है- मै अब और देर नहीं करना चाहता सौम्या को ढूंढने में। तुम सब आओ या ना आओ पर मै जरूर अब जाऊंगा। इंस्पेक्टर राजीव उसे कहता है- फिकर ना करो, हम तैयार ही है। बस एक खबरी की राह देख रहे है। हमे खबर मिली है कि आपके दोस्तो को कल एक गांव में देखा गया है। पुनिश- क्या? और ये बात आप मुझे अब