-----अध्याय १२."अब मन नहीं |"----- जितनी भी स्त्रियों की आत्महत्याएं होती हैं, वह अधिकतर पुरुषों के उकसाने के कारण ही होती हैं या उनके सताने के कारण ही होती है, स्त्री को सताया जाता है, रुलाया जाता है और इतना तड़पाया जाता है कि उसे आत्महत्या के अलावा कोई और विकल्प नजर न आता है और मायके में भी उसे तोह नजर न आती है तो पति के यहां मौत से बुरी जिंदगी जी रही होती है तो ऐसे में वह कैसे जियेगी? रोज के तानों से, रोज के वाणों से तंग आकर आत्महत्या कर लेती है क्यों कि