मेरी राह्गिरी (10) नयी दोस्ती मेरा घर अब काफी संभल गया था. निम्मी और मेरे बीच जो दूरी धीरे-धीरे आ गई थी वो काफी हद तक दूर हो गयी थी. अब सुबह मैं हर रोज़ भाग कर रोशन लाल के छोले भठूरे और समोसे खाने नहीं पहुँच जाता था. घर पर ही वेट करता था कि निम्मी बच्चों के काम से फ्री हो कर कुछ बनाये और हम साथ बैठ कर नाश्ता करें. ज़ाहिर है नियमित तौर पर फलों के जूस और हलके पौष्टिक नाश्ते ने मेरा स्वाथ्य बेहतर कर दिया था. मेरा डॉक्टर मुझ से खुश था. मेरी पत्नी