घर पहुँचते ही चेंज किया और इयर प्लग्स लगा कर जगजीत को सुनने लगा, साथ ही साथ व्हाट्सअप पर आए चुटकले पढ़ हंस रहा था | श्रीमति जी हँसी में शामिल होने आई पर दिन भर की थकान के बाद मेरा मूड नहीं था | वो उठी, रोज़ की तरह अदरक वाली चाय बना कर लायी और पास बैठ कन्धे पर हाथ रखा ताकि मेरा ध्यान उस सौन्दर्य स्वामिनी की तरफ़ आकर्षित हो और उन्हें भी अपनी हँसी में शामिल कर लूँ परन्तु यह युक्ति भी काम नहीं आई | अब चाय का प्याला उठाते हुए वह भी अपने