तीसरा पृष्ठभाग रहा हैं 'वक्त' या भाग रहे हैं 'हम' दोस्तों जैसे कि "पहले" और "दूसरे" पृष्ठ में आप (डर) कहानी के भाग पढ़ चुके हैं और अब मैं आपके सामने (डर भाग तीसरा )लेकर उपस्थित हूं। (शा़मा),वह लड़की जो डर से भागती तो हैं पर डर उससे दूर नहीं...... (शा़मा)की मदद कौन करता मैं वह चीखती चिल्लाती या फिर यह कह लो कि कोई मदद ही नहीं करना चाहता था उसकी।कुछ भी कह सकते हैं उधर (शा़मा) के लिए इस घर की पहली रात मानो मौत की आहट सी हो अचानक से मकान की सारी लाइटें जलने और बुझने लगी...(शा़मा)जब मेन