राहबाज - 2

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मेरी राह्गिरी (2) मेरा फ्लिंग उस दिन रोजी आधे घंटे बाद मेरे ऑफिस में थी. मैंने तब तक अपने क्लाइंट को निपटा दिया था. जल्दी में डील पूरी करने के चक्कर में उस दिन अपना थोडा सा नुक्सान भी कर लिया था. लेकिन दिल में मलाल नहीं हुआ था. ऐसा होता है मेरे साथ. बिज़नस में बहुत कम समझौता करता हूँ. दिल लगा कर अपनी सारी मेहनत और दिमाग झोंक कर सौदे करता हूँ. यानी बेच और खरीद का कारोबार. लेकिन रोज़ी ने मुझ पर जादू सा कर दिया था. इसकी दो वजहें हो सकती हैं. एक तो ये कि